नेरवा तहसील के एक प्राथमिक स्कूल के बाहर 4 वर्षीय बच्ची को अगवा करने का प्रयास हुआ। तीन नकाबपोश युवक काली गाड़ी में सवार थे और उन्होंने बच्ची को जबरन उठाने का प्रयास किया, लेकिन उसकी बहादुरी और साथ खेल रहे अन्य छात्रों की मदद से बच्ची सुरक्षित रही।
भाई और अन्य छात्रों ने बचाई जान
बच्ची के पिता ने बताया कि उनकी बेटी और 10 वर्षीय बेटा दोनों स्कूल में पढ़ते हैं। प्री-नर्सरी के बच्चों की छुट्टी एक बजे होती है। वीरवार को छुट्टी के बाद बच्ची अकेले घर लौट रही थी, तभी गाड़ी से आए एक अजनबी ने उसे चॉकलेट देने का बहाना किया। बच्ची ने चॉकलेट लेने से इनकार किया, जिसके बाद आरोपी ने उसका मुंह दबाकर कंधे पर उठाने की कोशिश की।
बच्ची का 5वीं कक्षा में पढ़ने वाला भाई और उसके साथ खेल रहे दो अन्य छात्र स्कूल गेट के पास थे। उन्होंने बहन को संकट में देखा और तुरंत मदद के लिए दौड़े। उन्होंने पत्थर फेंककर आरोपी को रोकने की कोशिश की। तीनों बच्चों ने मिलकर बच्ची को अपनी ओर खींचा और आरोपी को भागने पर मजबूर किया।
घटना की जानकारी और पुलिस कार्रवाई
बच्ची ने घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। शुरू में परिवार ने विश्वास नहीं किया, लेकिन अगले दिन स्कूल में दो अन्य बच्चों से पूछताछ करने पर घटना की पुष्टि हुई। इसके बाद स्कूल प्रबंधन समिति, पंचायत और खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को सूचित किया गया। पुलिस थाना नेरवा में शिकायत दर्ज कराई गई और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया है। चश्मदीद कम होने के कारण जांच में कठिनाई हो रही है। सुराग जुटाने के लिए क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। —रणदीप चौहान, एएसआई