नागरिक पुलिस की तरह पीएसी और सशस्त्र पुलिस के जवानों की पदोन्नति व्यवस्था में समानता लाने के लिए एडीजी पीएसी आर.के. स्वर्णकार ने पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस कमेटी की जिम्मेदारी आईजी पीएसी मध्य जोन डॉ. प्रीतिंदर सिंह को सौंपी गई है। इसके अलावा आईजी पीएसी उपेंद्र कुमार अग्रवाल, डीआईजी पीएसी शालिनी, 27वीं वाहिनी की सेनानायक बबीता साहू और 25वीं वाहिनी के सेनानायक लाल भरत कुमार पाल को सदस्य बनाया गया है।
नागरिक पुलिस और पीएसी में बड़ा अंतर
नागरिक पुलिस में वर्ष 2015 तक भर्ती हुए आरक्षियों को मुख्य आरक्षी का पद मिल चुका है, जबकि पीएसी और सशस्त्र पुलिस के केवल 2006 तक भर्ती हुए आरक्षी ही इस पद तक पहुंच पाए हैं। इसी तरह प्लाटून कमांडर और कंपनी कमांडर के पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया फिलहाल चल रही है।
ग्रेड-पे में भी असमानता
सशस्त्र पुलिस के उपनिरीक्षकों को अब तक नागरिक पुलिस के समकक्ष कर्मियों जैसा ग्रेड-पे नहीं मिला है। समिति इन सभी बिंदुओं पर शासनादेशों, परिपत्रों और नियमों का गहन अध्ययन करेगी और अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
रिपोर्ट आने के बाद पीएसी और सशस्त्र पुलिस के कर्मियों को भी नागरिक पुलिस की तर्ज पर पदोन्नति देने की प्रक्रिया को गति मिलने की उम्मीद है।