खतौली। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के धरने में सोमवार से तहसील परिसर में शामिल ग्रामीण और किसान मंगलवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर लौट गए। भाकियू के एनसीआर प्रभारी कपिल सोम के नेतृत्व में शुरू हुए धरने में किसानों ने तहसील में बढ़ती रिश्वतखोरी, अंडरपास की समस्याओं और बिजली विभाग की शिकायतों को लेकर प्रदर्शन किया था।
धरने के दौरान शिकायतों का जिक्र
किसानों ने अधिकारियों को बताया कि तहसील के अधिकारी व कर्मचारी भ्रष्टाचार की हदें पार कर चुके हैं। जमीन से संबंधित समस्याओं के लिए किसान पहले पटवारी के पास जाते हैं, जहां पांच सौ रुपये से अधिक की वसूली की जाती है। फाइल कानूनगो के पास पहुँचने पर हजारों रुपये की रिश्वत देनी पड़ती है। तहसील अधिकारी फाइल रोककर रखते हैं और तब तक समाधान नहीं करते जब तक पूरा भुगतान न हो जाए। इसके अलावा बिजली विभाग के कर्मचारी भी ग्रामीणों का शोषण कर रहे हैं।
किसानों ने बुढाना रोड और बुआडा रोड पर बने अंडरपास की समस्याओं का भी जिक्र किया। अधिकारियों ने जल्द निस्तारण का आश्वासन दिया।
आगे की चेतावनी
धरने में शामिल किसानों ने कहा कि अगर चार दिनों के भीतर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। सोमवार को किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली से तहसील पहुंचे थे और धरना अनिश्चितकाल के लिए देने की चेतावनी दी थी।
धरने में शामिल प्रमुख किसान
अशोक कुमार, ललित त्यागी, दीपांकर चौहान, विदेश मोतला, अंकुश प्रधान, प्रमोद अहलावत, भारतवीर आर्य, राकेश चौधरी, रंधोल राठी सहित अन्य किसान धरने में मौजूद थे।