उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार गुरुवार को अपने परिवार के साथ मथुरा पहुंचे और वृंदावन के प्रमुख मंदिरों में दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने संत प्रेमानंद महाराज से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ उनकी पत्नी, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डिंपल वर्मा और बेटी भी मौजूद रहीं।
संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात के दौरान जीवन और आध्यात्म से जुड़े महत्वपूर्ण संदेशों का आदान-प्रदान हुआ। महाराज ने प्रशांत कुमार की सेवा यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा देश और समाज के लिए किए गए कार्य प्रशंसनीय हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब समय है ईश्वर का स्मरण करने का और जीवन को आत्मिक शांति व मोक्ष की ओर ले जाने का।
महाराज ने मानव जीवन की अनमोलता पर जोर देते हुए कहा कि 84 लाख योनियों में केवल मनुष्य का जन्म ही ऐसा अवसर है, जिसमें हम ईश्वर को जान सकते हैं। डिंपल वर्मा ने परिवार की जिम्मेदारियों का उल्लेख किया, जिसमें बेटी का विवाह भी शामिल है।
संत ने उत्तर दिया कि परिवार की सेवा भी परमात्मा की सेवा का ही रूप है और इसे भगवान की भक्ति समझकर किया जाए तो यह साधना बन जाती है। मुलाकात के अंत में महाराज ने संदेश दिया कि जीवन की अंतिम घड़ी में ईश्वर की स्मृति में आना ही सच्ची सिद्धि है।