केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को बिहार में विपक्ष की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ लगाए गए अपमानजनक नारे “निंदनीय हैं और लोकतंत्र पर कलंक” हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस यह बर्दाश्त नहीं कर सकती कि गरीब मां का बेटा पिछले 11 सालों से देश की सेवा कर रहा है।
शाह ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की राजनीति “अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है” और पार्टी ने फिर से अपने पुराने चरित्र और तौर-तरीकों को अपनाया है, जिससे देश की राजनीतिक संस्कृति को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहने से लेकर अब तक प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नफरत फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शाह ने यह भी कहा कि यह अपमान हर मां और बेटे के प्रति असम्मान है, जिसे 140 करोड़ देशवासी कभी माफ नहीं करेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि बिहार की संस्कृति का अपमान दो नेताओं—राहुल गांधी और तेजस्वी यादव—द्वारा किया गया, जिन्होंने अभद्रता की सारी हदें पार कर दी हैं। नड्डा ने कहा कि इस घृणित कृत्य के लिए दोनों नेताओं को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि माता सीता की पावन भूमि पर किसी भी मां का अपमान असहनीय है और जब देश के प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ अपमानजनक शब्द कहे जाते हैं, तो यह राजनीति के साथ-साथ हमारे मूल्यों की हत्या है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस-राजद की सोच नहीं, बल्कि उनकी विकृत मानसिकता का परिचय है और 140 करोड़ भारतीयों ने ऐसी राजनीति को नकार दिया है।