जापान के शीर्ष व्यापार वार्ताकार रयोसेई अकाजावा की वाशिंगटन यात्रा अचानक रद्द कर दी गई, जो अमेरिका के साथ टैरिफ समझौते पर संयुक्त बयान जारी करने के लिए निर्धारित थी। जापानी सरकार के एक वरिष्ठ प्रवक्ता ने अमेरिकी पक्ष से समझौते के तेज कार्यान्वयन की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जापान और चीन के पांच दिवसीय दौरे के बीच यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने बताया कि कुछ विवरणों पर और चर्चा की जरूरत के कारण यात्रा स्थगित की गई। जानकारों का कहना है कि यह टलन अमेरिकी टैरिफ विवाद के बीच समय की सटीकता के कारण अहम मानी जा रही है।
जुलाई में अमेरिका और जापान ने जापानी आयातित वस्तुओं पर 15 प्रतिशत टैरिफ लगाने पर सहमति जताई थी, जिसे 1 अगस्त से लागू किया जाना था। अमेरिका ने इससे पहले 25 प्रतिशत “पारस्परिक टैरिफ” लगाने की योजना बनाई थी। बाद में जापानी अधिकारियों ने इस समझौते में अन्य शुल्कों के साथ 15 प्रतिशत शुल्क जोड़े जाने पर आपत्ति जताई। अमेरिकी पक्ष ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए अतिरिक्त शुल्क वापसी और समझौते के पालन पर सहमति दी।
हयाशी ने कहा कि जापान अमेरिका से अनुरोध करेगा कि राष्ट्रपति आदेश में संशोधन कर ऑटो और ऑटो पार्ट्स पर टैरिफ कम किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यह समझौता दोनों देशों की आर्थिक सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
इस बीच, पीएम मोदी जापान की दो दिवसीय यात्रा के बाद चीन जाएंगे, जहां वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और कई देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना और क्षेत्रीय व वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाना है।