हरियाणा के पंचकूला जिले के पिंजौर में हुए सुपरवाइजर राजीव गुप्ता हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। जांच में सामने आया कि शादीशुदा राजीव का एक युवती से संबंध था। इसी रिश्ते से नाराज़ युवती के भाई ने अपने मामा और एक दोस्त के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार तीनों आरोपियों ने पहले राजीव को फोन कर बुलाया और बातचीत का बहाना बनाकर पिंजौर-नालागढ़ बाईपास ले गए। वहां पहले उसकी पिटाई की गई और फिर सुए से कई वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद चुन्नी से गला दबाकर और गर्दन तोड़कर उसकी हत्या कर दी गई। शव को उन्होंने सुखोमाजरी गांव के पास गहरी खाई में दबा दिया। बाद में मृतक की पहचान यूपी के हरदोई निवासी राजीव गुप्ता के रूप में हुई।
पहले भी मिली थी धमकी
मृतक के पिता ने बताया कि राजीव एक कंपनी में सुपरवाइजर था और उसने 2 अप्रैल को प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद भी उसका दूसरी युवती से संबंध जारी था। इसी वजह से युवती के भाई और मामा उससे खफा थे और पहले भी जान से मारने की धमकी दे चुके थे। इस संबंध में उसने चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
शव बरामद और सुराग
राजीव 9 अगस्त को घर से स्कूटी पर निकला था, उसके बाद उसका फोन बंद हो गया। पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन खंगाली तो आखिरी ट्रेस पिंजौर क्षेत्र में मिली। सर्च अभियान के दौरान 22 अगस्त को उसका शव खाई से बरामद किया गया, जिसे परिजनों ने पहचान लिया।
ऐसे पहुंचे पुलिस तक
लापता होने की शिकायत के बाद पुलिस ने युवती से पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि राजीव उससे मिलने आया था। लोकेशन जांच में युवती के भाई का मोबाइल भी उसी इलाके में पाया गया। इसके बाद पुलिस ने तीनों की तलाश तेज कर दी।
गिरफ्तारी और खुलासा
27 अगस्त को पुलिस ने मनीमाजरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास से युवती के भाई कमलदीप उर्फ कुंदन, मामा सत्यनारायण उर्फ सत्ता और विनोद उर्फ बोडा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों ने वारदात की पूरी कहानी कबूल की। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी लगातार ठिकाने बदल रहे थे, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया।
आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उनसे हत्या में इस्तेमाल हथियार और अन्य सबूत बरामद करने की कोशिश की जा रही है।