नई दिल्ली। सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग दो सितंबर से तीन दिवसीय भारत दौरे पर रहेंगे। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। यह दौरा भारत-सिंगापुर के कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ पर विशेष महत्व रखता है।
सूत्रों के अनुसार, दौरे के दौरान कौशल विकास, वित्त एवं डिजिटल क्रांति, नागरिक उड्डयन, अंतरिक्ष सहयोग और नौवहन जैसे क्षेत्रों में समझौते किए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री वोंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।
यह दौरा पीएम मोदी की सितंबर 2024 में सिंगापुर यात्रा के बाद हो रहा है। उस समय दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ाने पर सहमति जताई थी।
साथ ही, महीने की शुरुआत में नई दिल्ली में हुई तीसरी भारत-सिंगापुर मंत्रीस्तरीय बैठक में उन्नत विनिर्माण, कनेक्टिविटी, डिजिटलीकरण, स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास और स्थिरता सहित विभिन्न सहयोग पहलों की समीक्षा की गई। बैठक में आगे के सहयोग के लिए कई विशिष्ट पहलें भी तय की गईं।
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री वोंग के दौरे के दौरान दोनों देशों की ओर से एक साझा बयान जारी किया जाएगा, जिसमें व्यापार, कौशल विकास, डिजिटलाइजेशन, स्वास्थ्य सेवा, रक्षा एवं सुरक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित विविध क्षेत्रों में सहयोग के रोडमैप का उल्लेख होगा। इसके अलावा, नवी मुंबई में सिंगापुर पोर्ट अथॉरिटी (PSA) परियोजना के दूसरे चरण का उद्घाटन भी हो सकता है।
सिंगापुर, आसियान देशों में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत में सबसे अधिक एफडीआई देने वाला देश भी है। 2014 से 2024 के बीच सिंगापुर ने भारत में लगभग 159 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया, जो इस वर्ष के अंत तक 175 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।