मनोज जरांगे मराठा समुदाय के लिए ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर मुंबई के आजाद मैदान में आमरण अनशन पर हैं। मराठा समाज आंदोलन समिति ने पुलिस से अनुमति पत्र भेजा था, जिसके बाद अनशन की अनुमति दी गई। मनोज जरांगे को कल भी अनशन जारी रखने की अनुमति मिली है। वहीं, सरकार उनकी भूख हड़ताल का हल निकालने की कोशिश कर रही है, लेकिन जरांगे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मनोज जरांगे से फोन पर बात की। शिवसेना (ठाकरे गुट) के नेता अंबादास दानवे ने उनसे मुलाकात की और इस दौरान ठाकरे से बातचीत करवाई। जरांगे ने बताया कि ठाकरे मराठा समुदाय के इतनी बड़ी संख्या में जुटने पर हैरान हैं और उन्होंने सरकार से इस मामले पर विचार करने की बात कही।
दूसरी ओर, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने इस आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस मामले पर केवल शिंदे ही स्पष्ट रूप से जवाब दे सकते हैं। राज ठाकरे ने आरक्षण विवाद पर अपना पुराना रुख दोहराते हुए कहा कि वर्तमान घटनाओं पर केवल शिंदे ही बोल सकते हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मुंबई दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि लाखों मराठी भाई अपनी मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन गृह मंत्री ने उनसे मिलने की जरूरत नहीं समझी।