बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गतिविधियां लगातार तेज हैं। विपक्ष सत्तारुढ़ एनडीए पर ‘वोट चोरी’ के आरोप लगा रहा है। इस कड़ी में राहुल गांधी की अगुवाई में महागठबंधन ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली, जिसका सोमवार को समापन हुआ। हालांकि, अंतिम दिन फिर से पप्पू यादव को गाड़ी पर नहीं बैठने दिया गया। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और चर्चा का विषय बन गई।
समापन कार्यक्रम के दौरान पटना के जेपी गोलंबर के पास गाड़ी में पहले से बैठे पप्पू यादव को नीचे उतार दिया गया। इसी दौरान गाड़ी पर सवार कांग्रेस की एक महिला नेता और पप्पू यादव के बीच तीखी बहस हुई। गाड़ी पर मौजूद एनडीए और महागठबंधन के अन्य नेताओं ने बीच-बचाव किया। अंततः पप्पू यादव को गाड़ी से उतरना पड़ा।
यह पहला मौका नहीं है जब पप्पू यादव को किसी गाड़ी से नीचे उतारा गया हो। इससे पहले 9 जुलाई को बिहार बंद के दौरान भी उन्हें गाड़ी पर नहीं चढ़ने दिया गया था। पप्पू यादव ने कहा कि उनकी सूची में नाम नहीं था, इसलिए मंच पर जाने का कोई औचित्य नहीं था। उन्होंने यह भी बताया कि वह केवल राहुल गांधी के गाड़ी पर चढ़ने की स्थिति देखने गए थे।
इसी तरह, कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार को भी यात्रा के दौरान गाड़ी पर चढ़ने की अनुमति नहीं मिली थी। इसके बावजूद, इस दौरान पप्पू यादव को एक मौका मिला था, लेकिन अंतिम दिन फिर वही विवाद उत्पन्न हुआ।