मौसम की मार: फरीदाबाद में बाढ़ का खतरा, गुरुग्राम में वर्क फ्रॉम होम और स्कूल बंद

दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को हुई तेज बारिश और यमुना के बढ़ते जलस्तर ने हालात बिगाड़ दिए हैं। फरीदाबाद में खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है, जबकि गुरुग्राम में मंगलवार से वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया गया है।

गुरुग्राम में ऑफिस-स्कूल बंद, ऑनलाइन व्यवस्था
मौसम विभाग ने भारी बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके मद्देनजर गुरुग्राम प्रशासन ने कॉर्पोरेट कार्यालयों व निजी संस्थानों को कर्मचारियों को घर से काम कराने की सलाह दी है। वहीं, स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

फरीदाबाद में हादसा, दिल्ली में बढ़ सकता है खतरा
फरीदाबाद के किड़ावली गांव में यमुना किनारे जन्मदिन मनाने गए आयुष और उसका साथी धर्मेंद्र डूब गए। दोनों अपने दोस्तों के साथ दिल्ली के मीठापुर से आए थे। उधर, हरियाणा से तीन लाख 21 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद आशंका है कि अगले 72 घंटे में दिल्ली में भी यमुना खतरे के निशान को पार कर सकती है।

बारिश के आंकड़े और जलभराव की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार धौज क्षेत्र में सर्वाधिक 60 मिमी बारिश दर्ज की गई। गोछी में 27 मिमी, बल्लभगढ़ में 25 मिमी, फरीदाबाद शहर में 19 मिमी, दयालपुर में 14 मिमी, मोहना में 12 मिमी और तिगांव में 10 मिमी वर्षा हुई।
गुरुग्राम में दोपहर बाद दो घंटे तक तेज बारिश से सड़कों पर दो से तीन फीट पानी भर गया। शहर के कई हिस्सों में जाम लग गया। यहां कादीपुर में 94 मिमी, हरसरु में 94 मिमी, वजीराबाद में 116 मिमी, बादशाहपुर में 56 मिमी, सोहना में 33 मिमी, मानेसर में 24 मिमी और पटौदी में 13 मिमी बारिश हुई।
दिल्ली में सोमवार को 18.6 मिमी और नजफगढ़ में शाम 5:30 बजे तक 49.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके चलते कई जगह जलभराव हो गया।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जाम और जलभराव
नोएडा में भी दोपहर बाद तेज बारिश हुई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया और जाम की स्थिति बन गई। पिछले 24 घंटे में 18 मिमी वर्षा दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री और न्यूनतम 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा। आद्रता 95 प्रतिशत दर्ज की गई।
आईएमडी के अनुसार अगले तीन-चार दिन तक हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा और तापमान में गिरावट आएगी। सोमवार को नोएडा का एक्यूआई 58 और ग्रेटर नोएडा का 54 रिकॉर्ड किया गया।

हरियाणा में नदियों का जलस्तर
हरियाणा प्रशासन ने यमुना किनारे बसे गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अंबाला में टांगरी और कैथल में घग्गर का जलस्तर स्थिर है। यमुना पर आधारित नैनावाली, भूड़कलां, बेगमपुर और ताजेवाल पनबिजली परियोजनाएं बंद हो गई हैं, जहां पहले रोजाना 10–12 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होता था।
सिरसा के ओटू हेड पर जलस्तर 17,580 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया, जबकि यहां 22,000 क्यूसेक की क्षमता है। हिसार जिले में भी सोमवार को चार गांवों में पांच स्थानों पर नालियां टूट गईं।

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