केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने बुधवार को बिहार बीजेपी कोर ग्रुप के साथ बैठक की। इस बैठक को आगामी चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
बैठक में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, संगठन मंत्री भिखु भाई दालसानिया और क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय और शतीश चंद्र दुबे भी शामिल हुए।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में नेताओं को जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने और केवल भाषणबाजी तक सीमित न रहने की सलाह दी जा सकती है। पार्टी नेतृत्व को शिकायत है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्राओं को लेकर बीजेपी की ओर से कोई खास गतिविधि नहीं दिखी है। पीएम मोदी की मां को लेकर हुई आपत्तिजनक टिप्पणी पर भी राज्य स्तर पर पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं होने से केंद्रीय नेतृत्व असंतुष्ट है।
बैठक में संगठन से जुड़े सुधार, राजनीतिक समीकरण, एनडीए सहयोगियों के साथ तालमेल और विपक्ष की वोट अधिकार यात्रा के असर पर चर्चा की गई। साथ ही प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की बढ़ती सक्रियता का भी मूल्यांकन किया गया।
इसके अलावा 15 सितंबर को पूर्णिया में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा हुई। सीमांचल क्षेत्र की लगभग 30 सीटों पर इस दौरे का सीधा असर माना जा रहा है।
बीजेपी ने तय किया है कि पीएम मोदी की मां के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा। पार्टी इस विषय को विधानसभा और मंडल स्तर तक ले जाकर विरोध दर्ज कराएगी और इसे महिला सम्मान से जोड़कर जनता तक पहुंचाएगी।