अखनूर के चौकी चौरा इलाके में मंगलवार तड़के करीब 2 बजे बादल फटने से सुमाह खड़ (नाले) में अचानक पानी भर गया। तेज बहाव के कारण सुमाह, सुंगल, पंगयाडी, रामनगर कॉलोनी और बोमाल के कई घर जलमग्न हो गए, जिससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
सुमाह में जल जीवन मिशन के तहत बने ट्यूबवेल की दीवार टूट गई, वहीं अखनूर को गोपाला और पंगयाडी गांव से जोड़ने वाली दोनों पुलियां भी बह गईं। इसके चलते करीब 400 ग्रामीणों का संपर्क टूट गया है। उधर चिनाब नदी का जलस्तर सुबह 8 बजे 44 फीट था, जो घटकर 42 फीट पर पहुंच गया। लेकिन गड़खाल पंचायत के फत्तू कोटली इलाके में पानी भरने से 25 लोग फंसे हुए हैं।
चिनाब किनारे बसे बोमाल, देवीपुर, भोरकैम्प, चक सिकंदर, मैरा और बंधवाल गांव भी बाढ़ की चपेट में हैं। राहत और बचाव टीमें मौके पर जुटी हैं। प्रभावित परिवारों ने प्रशासन से तुरंत मदद और सुरक्षित ठिकानों की मांग की है।
इधर गांदरबल जिले के कुल्लान में रविवार देर शाम बादल फटने से नदी-नाले उफान पर आ गए। हालांकि, यहां किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। मौसम विभाग ने बुधवार तक रेड अलर्ट बढ़ा दिया है। अगले दो दिन बाढ़, भूस्खलन और पहाड़ी इलाकों से पत्थर गिरने की आशंका जताई गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, तेज बारिश का असर जम्मू संभाग के सभी 10 जिलों और कश्मीर के अनंतनाग व कुलगाम में सबसे ज्यादा रहेगा। कई इलाकों में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। वहीं, पठानकोट-जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। विभाग ने प्रशासन, स्थानीय एजेंसियों और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।