पंजाब में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। अब तक 43 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 23 जिलों के करीब 1900 से ज्यादा गांव जलमग्न हो चुके हैं। इससे लगभग 3.84 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों के लोगों तक प्रशासनिक सहायता पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हर गांव में एक-एक गजटेड अफसर तैनात करने के निर्देश दिए हैं, ताकि बाढ़ग्रस्त लोग अपनी समस्याएं सीधे प्रशासन तक पहुंचा सकें।
लुधियाना में बांध पर खतरा
लुधियाना में सतलुज नदी के किनारे स्थित ससराली कॉलोनी के पास बांध कमजोर पड़ गया है। स्थिति की जानकारी मिलते ही कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां और डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन मौके पर पहुंचे। हालात बिगड़ने से पहले ही सेना और एनडीआरएफ को बुला लिया गया, जिन्होंने बांध को मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है। प्रशासन ने एहतियातन लोगों को ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। इसी तरह धुस्सी बांध का भी निरीक्षण किया गया है और आसपास के गांवों को अलर्ट पर रखा गया है।
युद्धस्तर पर राहत कार्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य तेज गति से चल रहे हैं। स्वास्थ्य कारणों से वे अरविंद केजरीवाल के साथ दौरे पर नहीं जा सके, लेकिन उनकी जगह प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री अमन अरोड़ा ने हालात की जानकारी दी। विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल और मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से 2 हजार करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज और लंबित 60 हजार करोड़ रुपये जारी करने की मांग की है।
पठानकोट में भूस्खलन
पठानकोट में लगातार बारिश से पहाड़ दरक रहे हैं। शाहपुरकंडी डैम साइड रोड और चक्की खड्ड के पास भारी मलबा गिरने से रास्ते बंद हो गए हैं। इससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने लिया जायजा
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने अमृतसर पहुंचकर अजनाला के पास गांव घोनेवाला में नुकसान का आकलन किया और पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान वे स्वयं पानी में उतरकर स्थिति का जायजा लेते नजर आए। चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार हालात पर गंभीर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें हालात की समीक्षा के लिए पंजाब भेजा है।