छपार: गांव दत्तियाना में पशुओं की मौत का सिलसिला जारी, बुखार ने मचाई तबाही

छपार: गांव दत्तियाना में पशुओं में बुखार का प्रकोप लगातार जारी है। पिछले तीन दिनों में 24 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। अनुसूचित वर्ग के गंगाराम की तीन भैंसें और एक भैंस का बच्चा मर गया है। गंगाराम अपने भैंसों का दूध बेचकर परिवार का पालन-पोषण करता था, इसलिए उनकी मौत से उसकी आजीविका प्रभावित हो गई है। दो सप्ताह पहले भी इसी गांव में दो दर्जन से अधिक पशुओं की मौत हुई थी।

गांव दत्तियाना में पिछले एक महीने से घरेलू पशुओं- गाय, भैंस, बछिया, बछड़े में बुखार से जान का जोखिम बढ़ गया है। पिछले तीन सप्ताह में सैकड़ों पशु इस बुखार की चपेट में आकर मारे गए हैं। अनुसूचित वर्ग के गंगाराम की तीन भैंसें और एक बच्चा, बिजेंद्र मोर्य की दो गायें, बीरचंद की एक भैंस, सुक्का की एक गाय, मनीष आर्य की एक भैंस, लोकेंद्र खोखर की एक भैंस और एक बच्चा, चंद्रकिरण की दो गायें और दो कटिया, किशनलाल की एक गाय, सोनू की भैंस, विनीत की एक कटिया, बबलू की दो गायें और उनका बछड़ा, महाबीर की एक गाय, सोमपाल की एक और तनवीर की एक भैंस भी मर गई हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि पशुओं को बुखार आने के कुछ ही घंटों में मौत हो जाती है, जिससे पशुपालक बहुत चिंतित हैं। गंगाराम की तीन भैंसों की मौत से उसका रोजगार भी प्रभावित हुआ है। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के मंडल उपाध्यक्ष संजीव खोखर ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए डीएम उमेश मिश्रा से मृत पशुओं के मालिकों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।

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