हाथरस। 7 सितंबर को मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा हाथरस शहर में निकाले गए जुलूस ए मोहम्मदी के दौरान राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) के अपमान का मामला सामने आया। पुलिस ने तिरंगे के अशोक चक्र को हटाकर उस पर उर्दू में कुछ लिखा जाने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
मौके पर मौजूद विहिप पदाधिकारियों ने इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर इसे पुलिस को सौंपा। विहिप के जिला मंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि जुलूस में तिरंगे का अपमान करने की योजना पूर्व से बनाई गई थी, जिससे सामजिक माहौल खराब करने की कोशिश की गई। इस पर कोतवाली पुलिस और पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया। उपनिरीक्षक ने आयोजकों से तिरंगा सही तरीके से रखने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माना गया।
सीओ सदर योगेंद्र कृष्ण नारायण ने बताया कि जुलूस के दौरान तिरंगे को हाथ में लेकर चल रहे इरफान पुत्र गुड्डू और आमिर पुत्र इकबाल निवासी नाई का नगला के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।
हाथरस पुलिस ने कहा कि बारावफात जुलूस के दौरान रोडवेज बस स्टैंड के पास कुछ व्यक्तियों द्वारा तिरंगे पर उर्दू में “यारसूल अल्लाह” लिखकर लहराया गया। वायरल वीडियो के आधार पर थाना कोतवाली नगर में मामला दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर विधिक प्रक्रिया शुरू कर दी है।