भाजपा ने रविवार को विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे देश में रह रहे अवैध घुसपैठियों की पैरवी कर रहे हैं। पार्टी का कहना है कि पश्चिम बंगाल और झारखंड जैसे राज्यों में जब भी भाजपा इस विषय को उठाती है, विपक्षी नेता न केवल विरोध करते हैं बल्कि आपत्तिजनक और धमकी भरे बयान भी देते हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस वार्ता में कहा कि झारखंड सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने भाजपा को “कब्र में उतारने” जैसी धमकी दी। यह टिप्पणी भाजपा द्वारा स्थानीय लोगों को बांग्लादेशी बताने के आरोप के जवाब में की गई थी।
इसी तरह भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के नेता अब्दुर रहीम बॉक्सी पर आरोप लगाया कि उन्होंने चेतावनी दी है कि घुसपैठ का मुद्दा उठाने वालों पर तेजाब फेंका जाएगा। भाजपा ने मांग की कि इस बयान पर कोलकाता हाईकोर्ट स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करे।
भाजपा का कहना है कि घुसपैठियों का सवाल महज़ राजनीतिक नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है। पात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का विरोध इसलिए किया ताकि अवैध मतदाताओं की पहचान न हो सके।
वहीं कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने सफाई दी कि उनका बयान भाजपा की उस टिप्पणी के जवाब में था जिसमें स्थानीय लोगों को घुसपैठिया कहा गया। विपक्षी दलों का कहना है कि भाजपा इस मुद्दे को चुनावी लाभ के लिए उछाल रही है और समाज को बांटने की कोशिश कर रही है।
भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष के बयान उनकी बेचैनी को दर्शाते हैं। पार्टी के अनुसार, चुनाव आयोग की प्रक्रिया से अवैध मतदाताओं की पहचान होने पर विपक्ष का राजनीतिक आधार कमजोर पड़ जाएगा।