नई दिल्ली। भाजपा सांसदों की चल रही वर्कशॉप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को न केवल संसदीय बहसों के लिए खुद रिसर्च और तैयारी करने की सलाह दी, बल्कि उनसे कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं की निगरानी और प्रचार-प्रसार पर भी ध्यान दें।
शनिवार को आयोजित इस सत्र में प्रधानमंत्री ने सुबह 10:45 से शाम 6:30 बजे तक सभी चर्चाओं में हिस्सा लिया और अन्य सांसदों के साथ अंतिम पंक्ति में बैठकर पूरे सत्र का अनुसरण किया। बाद में उन्होंने सांसदों के साथ अलग-अलग समूहों में अनौपचारिक बातचीत की। सांसदों को पाँच समूहों में विभाजित किया गया था, जिनमें कृषि, सामाजिक न्याय, स्वास्थ्य, रक्षा, विदेश नीति, वित्त, उद्योग, ऊर्जा, शिक्षा, कानून और शहरी मामलों जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि वे ‘आउट ऑफ द बॉक्स’ सोचें और जनता से सीधा संवाद बनाए रखें। उन्होंने सुझाव दिया कि हर विधानसभा क्षेत्र में महीने में एक बार “टिफिन बैठक” आयोजित करें ताकि लोगों की समस्याओं और योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी मिल सके।
पीएम मोदी ने सांसदों को यह भी कहा कि संसदीय समितियों की बैठकों से पहले संबंधित मंत्री और अधिकारियों से मिलकर विषय को गहराई से समझें। उन्होंने स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने पर जोर दिया और सिंगापुर का उदाहरण देते हुए नवाचार की ओर ध्यान देने की बात कही।
उन्होंने खासतौर पर किसानों से जुड़ी योजनाओं जैसे किसान सम्मान योजना के लाभ वास्तविक रूप से किसानों तक पहुँच रहे हैं या नहीं, इस पर नजर रखने को कहा। साथ ही, ग्रामीण और शहरी समस्याओं की अलग-अलग चुनौतियों को समझने की भी आवश्यकता बताई।
वर्कशॉप का अगला सत्र सोमवार दोपहर 3 से 6 बजे तक होगा, जिसमें एनडीए सांसदों को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे।