प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में अवैध रेत तस्करी से जुड़े मामलों में व्यापक छापेमारी की। कोलकाता, बेहाला, रीजेंट पार्क, बिधाननगर और कल्याणी समेत 20 से अधिक स्थानों पर की गई इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान भी तैनात रहे।
इस जांच का केंद्र झारग्राम का कुख्यात रेत कारोबारी शेख जहीरुल रहा। ईडी अधिकारियों ने झारग्राम के गोपीबल्लवपुर में सुवर्णरेखा नदी किनारे स्थित उसके घर और कार्यालय की तलाशी ली। अधिकारियों के मुताबिक, जहीरुल पर अवैध रेत खनन और व्यापार का नेटवर्क खड़ा करने का आरोप है। छापेमारी के दौरान उसके ठिकानों से भारी मात्रा में नकदी जब्त की गई है।
जहीरुल पहले ग्राम पुलिस में कार्यरत था और साइकिल मरम्मत का काम करता था, बाद में उसने रेत खनन का धंधा शुरू किया। फिलहाल वह कई रेत खदानों का मालिक है। ईडी ने उसके अलावा उससे जुड़े अन्य लोगों के ठिकानों पर भी कार्रवाई की। जांच एजेंसी का कहना है कि इस अभियान का मकसद अवैध रेत व्यापार से जुड़े वित्तीय नेटवर्क को उजागर करना है। संदेह है कि इस कारोबार से कमाई गई बड़ी रकम बीमा कंपनियों और कई व्यावसायिक उपक्रमों में निवेश की गई है।
कोलकाता में ईडी ने एक खनन कंपनी के बेहाला और साल्ट लेक सेक्टर-5 स्थित दफ्तरों की भी तलाशी ली। इस दौरान कई बैंक खातों और दस्तावेजों को जब्त किया गया। कंपनी की वित्तीय गतिविधियों की गहन जांच जारी है और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।