नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल बी. सुदर्शन रेड्डी मंगलवार को देश के नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए। उनकी जीत पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई विपक्षी नेताओं ने बधाई दी।
खरगे बोले, चुनाव से बड़ा था विचारों का संघर्ष
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद पर विजय के लिए सी. पी. राधाकृष्णन को शुभकामनाएं। यह सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि विचारधाराओं की लड़ाई थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए उपराष्ट्रपति संसदीय परंपराओं के उच्च मूल्यों को बनाए रखेंगे और विपक्ष की भी बराबर हिस्सेदारी सुनिश्चित करेंगे।

हार के बाद विपक्षी उम्मीदवार का बयान
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने परिणाम को सम्मानपूर्वक स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि यह सफर उनके लिए सम्मान की बात रही, जिसने उन्हें संवैधानिक नैतिकता, न्याय और समानता जैसे आदर्शों के लिए खड़ा होने का अवसर दिया। रेड्डी ने कहा कि भले ही नतीजा उनके पक्ष में नहीं रहा, लेकिन यह वैचारिक संघर्ष और मजबूत होकर जारी रहेगा। उन्होंने विपक्षी दलों को समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि लोकतंत्र केवल जीत से नहीं, बल्कि संवाद और भागीदारी से और सशक्त होता है। साथ ही उन्होंने नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं।
जयराम रमेश बोले, जारी रहेगा संघर्ष
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा की जीत संख्यात्मक भले ही बड़ी हो, लेकिन नैतिक और राजनीतिक दृष्टि से यह उनकी हार है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि इस बार विपक्षी उम्मीदवार को 40 प्रतिशत वोट मिले, जो पिछले चुनाव की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक हैं। यह साफ संकेत है कि विपक्ष मजबूत हो रहा है और बदलाव तय है।