डीजीपी राजीव कृष्ण ने साइबर अपराधों से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एनसीआरपी (14सी) पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का तुरंत निस्तारण किया जाए। डीजीपी ने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया पर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ ही, ऐसे ऑनलाइन कंटेंट को भी हटाने (टेकडाउन) की कार्यवाही की जाए, जो देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए खतरा पैदा करते हों।
जारी परिपत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि पीड़ितों को त्वरित राहत देने के लिए जरूरी है कि जैसे ही कोई शिकायत पोर्टल पर दर्ज हो, थाना स्तर की साइबर सेल तुरंत कदम उठाए। इन शिकायतों को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है—वित्तीय अपराध से जुड़ी शिकायतें, सोशल मीडिया से संबंधित शिकायतें और अन्य विविध व गैर-साइबर अपराधों से जुड़ी शिकायतें।
डीजीपी ने कहा कि बड़े वित्तीय अपराध, आपराधिक गिरोह और फर्जी कॉल सेंटर जैसे मामलों में प्राथमिकता के आधार पर मुकदमे दर्ज किए जाएं। वहीं, जिन मामलों में धोखाधड़ी की रकम बैंकों में फंसी है, उसे न्यायालय के आदेश के जरिए पीड़ितों को लौटाने की कार्रवाई की जाए। इस संबंध में सभी थाना प्रभारी और साइबर अपराध जांच से जुड़े अधिकारियों को एसओपी की पूरी जानकारी देने के भी निर्देश दिए गए हैं।