हरियाणा सरकार ने राज्य की जेलों में बंद कैदियों को बड़ी राहत दी है। अब उनकी दैनिक मजदूरी में 35 से 50 प्रतिशत तक वृद्धि की गई है। इसके तहत स्किल्ड कैदियों को पहले मिलने वाले 60 रुपये अब 100 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे। सेमी-स्किल्ड कैदियों की मजदूरी 50 रुपये से बढ़ाकर 90 रुपये और अनस्किल्ड कैदियों की मजदूरी 40 रुपये से बढ़ाकर 80 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है।
सरकार ने यह भी फैसला किया है कि कैदियों की मजदूरी अब हर साल महंगाई भत्ते (डीए) के अनुसार अपने आप बढ़ेगी। वित्त विभाग ने इस पर मंजूरी दे दी है और यह वृद्धि प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी से लागू होगी। मजदूरी की गणना श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सीपीआई इंडेक्स के आधार पर की जाएगी।
जेल महानिदेशक आलोक कुमार राय ने बताया कि राज्य की कई जेलों में आईटीआई और तकनीकी शिक्षा के कोर्स शुरू किए गए हैं। इसका उद्देश्य कैदियों को विभिन्न कौशल सिखाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि रिहाई के बाद वे सम्मानजनक आजीविका कमा सकें।
जेल विभाग ने वर्ष 2022 में मजदूरी बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था। अब इस मंजूरी से राज्यभर के कैदियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। सरकार का मानना है कि इस कदम से न केवल कैदियों की जीवन स्थितियों में सुधार होगा, बल्कि उनके पुनर्वास और समाज में सकारात्मक योगदान की भावना भी मजबूत होगी।