वाराणसी। भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने गुरुवार देर शाम दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होकर काशी की आध्यात्मिक परंपराओं का अनुभव किया। वह स्वामी विवेकानंद क्रूज से घाट पहुंचे।
गंगा आरती की तैयारियां दोपहर से ही शुरू हो गई थीं। विशेष सजावट के बीच जब मॉरीशस के प्रधानमंत्री घाट पर पहुंचे तो वैदिक मंत्रोच्चारण और शंखध्वनि के बीच उनका स्वागत हुआ। वेदपाठी बटुकों की आरती देखकर वह भावविभोर हो उठे और श्रद्धा से मां गंगा को नमन किया। उन्होंने कहा कि अपने पूर्वजों की धरती पर आकर इस आध्यात्मिक माहौल को अनुभव करना उनके लिए अविस्मरणीय है।
इससे पहले प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने रविदास घाट पर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री रामगुलाम अपनी पत्नी के साथ जलयान से गंगा के विभिन्न घाटों की छटा निहारते हुए दशाश्वमेध घाट तक पहुंचे। मां गंगा को प्रणाम करने के बाद उन्होंने क्रूज से आरती का दर्शन किया। बाढ़ के बीच गंगा की लहरों पर चारों ओर सुरक्षा घेरे की व्यवस्था की गई थी और इस दौरान पर्यटकों को प्रवेश नहीं दिया गया।
दशाश्वमेध घाट पर जैसे ही ‘अच्युतम केशवम’ और ‘गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो’ जैसे भजनों के साथ आरती शुरू हुई तो पूरा वातावरण भक्ति और आध्यात्मिकता में डूब गया। हर-हर महादेव और हर-हर गंगे के जयघोष से पूरा परिसर गूंज उठा।