प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार दोपहर मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचे, यह उनकी मई 2023 में हुई जातीय हिंसा के बाद पहली यात्रा है। इंफाल पहुंचने पर भारी बारिश के कारण उन्होंने तय किया कि चूड़ाचांदपुर जिले में सड़क मार्ग से जाएंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है और राज्य को शांति और समृद्धि का प्रतीक बनाने के लिए काम कर रही है।
शुरू में पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले थे, लेकिन बारिश के कारण यह संभव नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने सड़क मार्ग अपनाया, जो डेढ़ घंटे का सफर था। पीएम मोदी ने इस यात्रा को बेहद यादगार बताया और रास्ते में लोगों से बातचीत की।
चूड़ाचांदपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मणिपुर को आशा और आकांक्षा की धरती करार दिया। उन्होंने कहा कि हालिया हिंसा ने इस खूबसूरत क्षेत्र पर छाया डाली थी, लेकिन अब मणिपुर में एक नया सवेरा उग रहा है। पीएम ने शांति की अहमियत बताते हुए कहा कि विकास की नींव के लिए शांतिपूर्ण वातावरण जरूरी है। उन्होंने पूर्वोत्तर में पिछले 11 सालों में कई संघर्षों और विवादों का समाधान होने की बात भी साझा की और सभी समूहों से शांति का मार्ग चुनने की अपील की।
पीएम मोदी ने केंद्र सरकार द्वारा मणिपुर के विकास के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि पहले निर्णयों को लागू करने में कई दशक लग जाते थे, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। उन्होंने बताया कि चूड़ाचांदपुर में मेडिकल कॉलेज स्थापित किया गया है और राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है।
अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी ने जातीय हिंसा के कारण विस्थापित लोगों से इंफाल में मुलाकात की और उनकी समस्याओं व शिकायतों को सुना। पीएम ने कहा कि चूड़ाचांदपुर में यात्रा के दौरान मिली लोगों की स्नेहपूर्ण प्रतिक्रिया वह कभी नहीं भूलेंगे।