उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 12 वर्षीय किशन की हत्या के मामले में शनिवार को परिजन आक्रोशित होकर स्थानीय चौकी का घेराव कर प्रदर्शन किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि किशन की गला दबाकर हत्या की गई थी। घटना गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सरवन गांव की है।
बीते सोमवार सुबह किशन का शव उसके घर में रस्सी से बांस में लटकता हुआ मिला। पिता सहजराम ने बताया कि किशन रामरति इंटर कॉलेज में कक्षा सात का छात्र था। उसकी मां की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि उसकी बहन आशा की शादी हो चुकी है। पिता की दूसरी पत्नी नीतू पहले से एक बेटी की मां हैं और उनके साथ किशन नहीं रहता था।
27 अगस्त को नीतू अपनी बेटी के पास चली गई थी। पिता सहजराम पड़ोसी गांव महमूदपुर में गौशाला का रखरखाव करते हैं, और किशन वहीं उनके साथ रहता था। सोमवार सुबह किशन स्कूल जाने के लिए निकला था और उसने पिता से कहा कि वह पहले घर पर मट्ठा और चावल खा लेगा। 8:30 बजे सहजराम लौटे तो किशन रस्सी से बांस में लटका मिला।
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मंगलवार को बहन, सौतेली मां व अन्य रिश्तेदारों की उपस्थिति में शव का अंतिम संस्कार किया। इसके बाद पुलिस ने सहजराम, नीतू, उसकी बेटी पारो और आशा व उनके पति से पूछताछ की। सहजराम ने पड़ोसियों पर हत्या का आरोप लगाया, लेकिन पूछताछ का कोई नतीजा नहीं निकला।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि किशन की हत्या की गई है और उसके गले पर चोट के निशान पाए गए। पांच दिन बीतने के बावजूद कार्रवाई न होने पर परिजन शनिवार को द्वारिकागंज चौकी के सामने प्रदर्शन कर न्याय की मांग की। बहन आशा ने पुलिस पर रिश्वतखोरी का भी आरोप लगाया। थाना प्रभारी राम आशीष उपाध्याय ने कहा कि जांच जारी है और साक्ष्य मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।