भारत-पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित क्रिकेट मैच को लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब पूरा देश इस मुकाबले का विरोध कर रहा है, तब प्रधानमंत्री को पाकिस्तान के साथ मैच कराने की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही है। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि क्या यह फैसला अंतरराष्ट्रीय दबाव में लिया जा रहा है और आखिर प्रधानमंत्री कितनी दूर तक झुकेंगे।
“शहीदों के खून से बड़ा क्रिकेट कब?”
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र से पूछा कि जब देश के जवानों ने अपनी शहादत दी है और परिवारों की मांग उजड़ चुकी है, तब क्रिकेट का जुनून शहादत से ऊपर कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से क्रिकेट खेलकर हम किसे संदेश देना चाहते हैं। वहीं, आप विधायक संजीव झा ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने पहले भी सोशल मीडिया पर अपमानजनक तस्वीरें साझा की थीं, जिनमें भारतीय शहीदों और परिवारों की भावनाओं का मजाक उड़ाया गया।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी उठाए सवाल
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी भारत-पाक मैच का विरोध जताया। उन्होंने कहा कि जब-जब दोनों देशों के बीच मुकाबला होता है, तब पहलगाम और पुलवामा जैसे आतंकी हमलों की पीड़ा को भुला दिया जाता है। मान ने कहा कि कला और कलाकारों को राजनीति से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन खेल के नाम पर सब चुप्पी साध लेते हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि फिल्मों पर रोक लगाने की बात करने वाले नेता, क्रिकेट संगठनों में अपने परिवार के सदस्यों को महत्वपूर्ण पदों पर बिठाए हुए हैं। उन्होंने सीधे तौर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह का जिक्र किया, जो आईसीसी के चेयरमैन हैं।