मुजफ्फरनगर। साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त इंजीनियर राजेंद्र गोयल को डिजिटल तरीके से फंसाकर 33 लाख 33 हजार रुपये की ठगी कर ली। आरोपियों ने पांच दिनों तक उनकी निगरानी की और मनी लॉन्ड्रिंग का बहाना बनाकर खाते में रकम ट्रांसफर करवाई। पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले राजेंद्र गोयल के साथ हुई। छह सितंबर की सुबह, सुबह 9:07 बजे गोयल के मोबाइल पर कॉल आई जिसमें उन्हें बताया गया कि कॉल करने वाला भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) का अधिकारी है। उन्हें गैरकानूनी विज्ञापन, धोखाधड़ी और परेशान करने वाले संदेश भेजने का आरोप लगाया गया और मामला दरियागंज दिल्ली पुलिस स्टेशन भेजने की बात कही गई।
9:43 बजे खुद को दरियागंज पुलिस स्टेशन का अधिकारी बताने वाले विजय खन्ना ने गोयल को बताया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और गैरकानूनी गतिविधियों की शिकायत मिली है। आरोपी ने फोन पर राजेंद्र गोयल से कहा कि उन्हें कैनरा बैंक में नया खाता खोलना होगा। मना करने पर डराने-धमकाने की रणनीति अपनाई गई और अरेस्ट वारंट जारी होने की धमकी दी गई।
सहानुभूति दिखाते हुए, आरोपियों ने गोयल को न्यायाधीश और ईडी अधिकारी राहुल गुप्ता के नाम एक प्रार्थना पत्र लिखवाया। इसके जरिए उन्होंने दबाव डालकर कई खातों में से पैसे ट्रांसफर करवा लिए। इसके बाद आरोपियों के नंबर बंद हो गए।
साइबर थाने ने पीड़ित की शिकायत के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।