छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सल विरोधी ऑपरेशन के चलते नक्सली भयभीत हैं और आत्मसमर्पण करने को मजबूर हो रहे हैं। सुरक्षा बलों द्वारा बस्तर संभाग में लगातार सर्चिंग अभियान चलाने से नक्सली संगठन कमजोर होते जा रहे हैं।
बुधवार को नारायणपुर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की, जब पांच महिलाओं समेत कुल 12 माओवादी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर गए। इस दौरान बीएसएफ और आईटीबीपी के अधिकारी भी मौजूद थे। आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादी पर 18 लाख रुपये का इनाम घोषित था। अबूझमाड़ में नए कैंप की स्थापना और लगातार चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों से माओवादी दबाव में हैं।
नक्सलियों ने ग्रामीण की हत्या की
दूसरी ओर, दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में बीती रात नक्सलियों ने एक ग्रामीण की हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। बताया गया कि ग्राम निलावाया में नक्सली बण्डी कोर्राम को घर से बाहर निकालकर धारदार हथियार से हत्या कर गए। घटना से गांव में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि चार साल पहले नक्सलियों ने मृतक के बेटे हरेंद्र कोर्रम की भी हत्या कर दी थी।
महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर मुठभेड़
नक्सल विरोधी अभियान के तहत महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर भी मुठभेड़ हुई। इसमें दो महिला माओवादी मारे गए। इससे पहले गढ़चिरौली जिले में हुई मुठभेड़ में तीन महिलाओं समेत कम से कम चार माओवादी ढेर हुए थे। पुलिस ने बताया कि यह घटना गढ़चिरौली और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले की सीमा के पास हुई। 25 अगस्त को मिली विश्वसनीय सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने गट्टा दलम कंपनी नंबर 10 और अन्य माओवादी संगठन की घेराबंदी की थी।