नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गुरुवार को विभिन्न वैश्विक घटनाओं और द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार विदेश में रहने वाले भारतीयों और भारतीय मिशनों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है और किसी भी मामले में तुरंत कार्रवाई करती है।
कैलिफोर्निया गोलीबारी की घटना
जायसवाल ने कैलिफोर्निया में अमेरिकी पुलिस की गोलीबारी में भारतीय तकनीकी विशेषज्ञ की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि भारत स्थानीय प्रशासन और मृतक परिवार के संपर्क में है तथा पूरी स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है।
‘जापाड 2025’ सैन्य अभ्यास
रूस में आयोजित हो रहे ‘जापाड 2025’ सैन्य अभ्यास पर उन्होंने बताया कि भारत इसमें सामान्य रक्षा सहयोग के तहत हिस्सा ले रहा है। इस अभ्यास में अमेरिका, तुर्की और हंगरी जैसे नाटो सदस्य भी पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल हैं।
कनाडा में खालिस्तानी धमकियां
कनाडा स्थित भारतीय दूतावासों को मिली खालिस्तानी धमकियों पर प्रवक्ता ने कहा कि मेजबान देश की जिम्मेदारी है कि वह मिशनों और भारतीय समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे। उन्होंने बताया कि यह मुद्दा कनाडा सरकार के सामने उठाया गया है और हाल ही में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत भी हुई है।
नेपाल पर बयान
जायसवाल ने कहा कि भारत नेपाल में सुशीला कार्की के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार का स्वागत करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री कार्की के बीच हुई वार्ता में नेपाल में स्थिरता बहाल करने और विकास सहयोग पर चर्चा हुई। उन्होंने दोहराया कि भारत नेपाल की समृद्धि और आपसी साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है।
चाबहार पोर्ट और अमेरिकी रुख
अमेरिका द्वारा चाबहार पोर्ट पर छूट हटाने की घोषणा पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत इस निर्णय के प्रभावों की समीक्षा कर रहा है। प्रवक्ता ने जोर दिया कि यह पोर्ट भारत की सामरिक और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सऊदी अरब-पाकिस्तान समझौते पर टिप्पणी
सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्रालय ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच सामरिक साझेदारी मजबूत है और ऊर्जा, व्यापार, निवेश तथा सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग लगातार बढ़ रहा है।
पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद
जायसवाल ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के हालिया वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान सरकार और उसकी सेना का आतंकवादी संगठनों से गहरा संबंध है। भारत आतंकवाद पर अपनी जीरो-टॉलरेंस नीति पर कायम है और यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार उठाता रहेगा।