देवी पूजा के महापर्व नवरात्रि से पहले ही औराई कोतवाली क्षेत्र के नरथुआ गांव में सनसनीखेज घटना सामने आई। गांव के खंडहर नुमा कमरे में लोगों ने एक डेढ़ साल की बच्ची का शव पाया। सुबह गांववासी जब वहां शौच के लिए पहुंचे, तो शव देखकर सहम गए। प्रारंभिक जांच में शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं पाए गए हैं।
कैसे सामने आया मामला
नरथुआ चकभौरा गांव का यह खंडहर मकान स्थानीय लोग शौच के डब्बा रखने के लिए इस्तेमाल करते हैं। बुधवार की सुबह जब गांववासी डब्बा लेने पहुंचे, तो वहां बच्ची का शव पड़ा था। शव के पास सफेद गमछा पड़ा मिला और चेहरे पर चीटिंयां लगी हुई थीं। आसपास के लोगों का अनुमान है कि बच्ची की हत्या कर शव को यहां कुछ घंटे पहले फेंका गया था।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही खंडहर के पास भारी भीड़ जमा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। बच्ची की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है।
सीसीटीवी ने काम नहीं किया
प्रभारी निरीक्षक रामसरीख गौतम ने बताया कि पास लगे सीसीटीवी को खंगालने का प्रयास किया गया, लेकिन आधी रात में उसका फ्यूज उड़ गया, जिससे कोई मदद नहीं मिल सकी। सीओ प्रभात राय ने कहा कि बच्ची की मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चलेगा। शव पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं, और यह जांच का विषय है कि इसे खंडहर में कौन और क्यों फेंका।