ईडी की बड़ी कार्रवाई: इंपीरियल ग्रुप और मानविंदर सिंह के परिसरों में छापेमारी, विदेशी संपत्ति का खुलासा

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के कारोबारी मानविंदर सिंह, उनकी पत्नी सागरी सिंह और इंपीरियल ग्रुप से जुड़ी कंपनियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) 1999 के तहत उन अघोषित विदेशी संपत्तियों और निवेशों की जांच से जुड़ी है, जिनका सीधा संबंध सिंह दंपति और उनके कारोबारी नेटवर्क से बताया जा रहा है।

ईडी की टीमों ने दिल्ली सहित छह परिसरों पर तलाशी अभियान चलाकर अहम दस्तावेज जब्त किए। इनमें विदेशों में खोले गए गुप्त बैंक खातों, विदेशी कंपनियों में वित्तीय हित और संपत्ति निवेश से जुड़े साक्ष्य शामिल हैं। जांच में सामने आया कि सिंगापुर, दुबई और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में कई कंपनियों के जरिये करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है।

दुबई और सिंगापुर में कंपनियों का जाल
सूत्रों के मुताबिक, दुबई स्थित यूनाइटेड एयरोस्पेस DWC LLC और सिंगापुर की एयरोस्टार वेंचर प्राइवेट लिमिटेड में सिंह दंपति ने लाभकारी स्वामित्व छिपाकर निवेश किया। इन कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये के असुरक्षित ऋण और वेतन भुगतान दिखाए गए, जबकि वास्तविकता में यह रकम भारत से बाहर भेजी गई नकदी से जुड़ी बताई जा रही है। ईडी ने यह भी खुलासा किया कि मई 2025 में दुबई की कंपनी ने हांगकांग स्थित एक संस्था से सात करोड़ रुपये का ऋण लिया और उसी राशि से एक हेलीकॉप्टर खरीदा गया, जिसे हिमाचल प्रदेश की ऑरमा वैली आवासीय परियोजना में उपयोग के लिए आयात किया गया।

थाईलैंड और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में संपत्तियाँ
छापेमारी में यह भी सामने आया कि सिंह दंपति और उनके परिवार के पास थाईलैंड के कोह समुई में स्थित विला समायरा नामक आलीशान संपत्ति है, जिसकी मौजूदा कीमत 16 करोड़ रुपये आंकी गई है। वहीं ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में स्थापित शेल कंपनियों और सिंगापुर में अघोषित बैंक खातों का भी पता चला। इन सभी विदेशी संपत्तियों का कुल मूल्य लगभग 80 करोड़ रुपये से अधिक बताया जा रहा है।

भारत में नकद लेन-देन के सबूत
हिमाचल प्रदेश के नालदेहरा स्थित ऑरमा वैली परियोजना में भी छापेमारी की गई। यहाँ से ईडी को समानांतर बही-खाते मिले, जिनसे पता चला कि फ्लैटों की बिक्री में आंशिक भुगतान नकद लिया गया था। अब तक की जांच में लगभग 29 करोड़ रुपये की नकद वसूली की जानकारी मिली है।

नकदी और विदेशी मुद्रा जब्त
ईडी के अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान करीब 50 लाख रुपये नकद और 14,700 अमेरिकी डॉलर की विदेशी मुद्रा जब्त की है। साथ ही तीन लॉकर सील किए गए हैं। इसके अलावा, डिजिटल दस्तावेज और आपत्तिजनक रेकॉर्ड भी बरामद किए गए हैं, जो कथित मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेन-देन की पुष्टि करते हैं।

ईडी की प्राथमिक जांच में खुलासा
एजेंसी का कहना है कि अब तक मिले साक्ष्य यह दर्शाते हैं कि इंपीरियल ग्रुप की अचल संपत्ति और अन्य कारोबारी गतिविधियों से उत्पन्न नकदी को हवाला और अन्य अवैध माध्यमों से विदेश भेजा गया। विदेशों में खरीदी गई संपत्तियाँ न केवल राजस्व पैदा कर रही हैं, बल्कि उससे और अधिक अघोषित संपत्तियाँ भी जोड़ी जा रही हैं।

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