कासाब्लांका। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय मोरक्को यात्रा पर हैं। शनिवार को यहां पहुंचने के बाद उन्होंने भारतीय समुदाय से संवाद किया और कई अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। इस यात्रा को भारत और मोरक्को के बीच रक्षा सहयोग को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भारतीय प्रवासियों से मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने हाल ही में हुए पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोषों की हत्या की। उन्होंने बताया कि इसके बाद सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और आवश्यक कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया था। राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारे पड़ोसियों के साथ रिश्ते अच्छे रहें, यही हमारी प्राथमिकता है। लेकिन अगर कोई आतंकवाद की राह पर चलता है, तो उसे जवाब ज़रूर मिलेगा।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल स्थगित किया गया है और ज़रूरत पड़ने पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि हालात के अनुसार इसका दूसरा और तीसरा चरण भी हो सकता है।
पीओके पर भी दिया बयान
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि पीओके को बलपूर्वक हासिल करने की ज़रूरत नहीं है। वहां के लोग खुद ही भारत में शामिल होने की मांग करेंगे। “भविष्य में पीओके के निवासी कहेंगे कि वे भारत का हिस्सा हैं। हमें इसकी चिंता करने की ज़रूरत नहीं,” उन्होंने कहा।
मोरक्को से जुड़े दायित्वों पर बल
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि चाहे भारतीय कहीं भी रहें, उन्हें अपनी मातृभूमि और मेजबान देश दोनों के प्रति ईमानदार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर हम मोरक्को में रहकर अपने परिवार के लिए आजीविका कमा रहे हैं, तो इस देश के साथ भी विश्वासघात नहीं होना चाहिए। यही भारतीय संस्कृति का असली स्वरूप है।”
यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री मोरक्को के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और रक्षा एवं सामरिक सहयोग से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे।