नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा सोमवार को नई दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मुख्यालय में पेश हुए। उन्हें अवैध ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़े धन शोधन मामले में एजेंसी द्वारा तलब किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, ED इस मामले में उथप्पा के संभावित प्रचार और एंडोर्समेंट संबंधों की जांच कर रही है। एजेंसी जानना चाहती है कि क्या उन्होंने इस एप के प्रचार में अपनी छवि का इस्तेमाल किया और इसके बदले कोई भुगतान प्राप्त किया। पूछताछ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है।
पूछताछ का दायरा और एजेंसी की जांच
ED ने उथप्पा से उनके 1xBet से जुड़े अनुबंध, ईमेल और अन्य दस्तावेज पेश करने को कहा है। एजेंसी जानना चाहती है:
- कंपनी ने उनसे संपर्क कैसे किया और एंडोर्समेंट के लिए किस माध्यम से अप्रोच किया?
- भारत में संपर्क के लिए कौन नोडल पर्सन था?
- भुगतान का तरीका और स्थान क्या था?
- उन्हें पता था कि ऑनलाइन सट्टेबाजी भारत में अवैध है या नहीं?
इससे पहले, इसी मामले में पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन से भी ED ने पूछताछ की थी। युवराज सिंह को मंगलवार को एजेंसी के सामने पेश होने का नोटिस भेजा गया है।
1xBet और अवैध बेटिंग का मामला
1xBet पिछले 18 वर्षों से ऑनलाइन सट्टेबाजी के क्षेत्र में सक्रिय है और इसके प्लेटफॉर्म पर ग्राहक हजारों खेलों पर सट्टा लगा सकते हैं। यह एप 70 भाषाओं में उपलब्ध है। ED के अनुसार, ऐसे प्लेटफॉर्म अवैध होने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर धन शोधन में भी शामिल हैं। कई मामलों में करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया और टैक्स की चोरी हुई है।
एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि हस्तियों द्वारा प्राप्त धन का इस्तेमाल कहां और कैसे किया गया। यदि यह पैसा अपराध से अर्जित पाया जाता है, तो इसे PMLA के तहत अपराध माना जाएगा। हाल ही में सरकार ने भारत में रियल मनी ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध भी लगाया है।
ऑनलाइन सट्टेबाजी का बाजार
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में लगभग 22 करोड़ लोग ऑनलाइन बेटिंग एप्स का उपयोग करते हैं, जिनमें से 11 करोड़ नियमित उपयोगकर्ता हैं। भारतीय ऑनलाइन सट्टेबाजी बाजार 100 अरब डॉलर से अधिक का है और यह तेजी से बढ़ रहा है। 2022 से जून 2025 तक सरकार ने 1,524 आदेश जारी कर अवैध जुआ और गेमिंग प्लेटफॉर्म को ब्लॉक किया है।