चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 37वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने युवाओं में ड्रग्स के बढ़ते प्रयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी विश्वविद्यालयों से अपने कैंपस में व्यापक ड्रग्स मुक्त अभियान चलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ड्रग्स का सेवन युवाओं की क्षमताओं को खत्म कर रहा है और ऐसे में किसी भी मेडल या उपलब्धि का कोई महत्व नहीं रह जाता।
राज्यपाल ने कुलपतियों से विश्वविद्यालय में ड्रग्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यशालाएं आयोजित करने का निर्देश दिया और कहा कि इन कार्यशालाओं में डॉक्टरों को भी शामिल किया जा सकता है।
इसके अलावा, राज्यपाल ने नवरात्रि से लागू होने वाली नई जीएसटी दरों को पारदर्शी और सरल बताते हुए ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े कानून का जिक्र किया, जिससे युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहेगा। उन्होंने सभी से स्वदेशी दिवस मनाने और “मेड इन इंडिया” को जीवन का आधार बनाने की अपील की।
कैंपस सुविधाओं को लेकर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की कैंटीन में खाने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। बाजार से तैयार पनीर लाने की बजाय ताजा दूध से पनीर बनाना चाहिए, ताकि किसी प्रकार की बीमारी का खतरा न रहे। उन्होंने हॉस्टल के छात्रों को सुबह जल्दी उठाकर खेल-कूद गतिविधियों में भाग लेने और बेटियों के लिए लाइब्रेरी का समय बढ़ाने की भी सलाह दी।