लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से पूर्व सांसद आज़म खान लगभग दो साल बाद जेल से रिहा होने जा रहे हैं। सीतापुर जेल प्रशासन को उनकी रिहाई का आदेश मिल चुका है और संभावना है कि मंगलवार सुबह करीब आठ बजे उन्हें रिहा कर दिया जाएगा।
आज़म खान पिछले 23 महीने से सीतापुर जेल में बंद थे। हाल ही में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने क्वालिटी बार कब्जा मामले में उन्हें जमानत दी थी। यह मामला 2014 का है, जिसमें 2019 में एफआईआर दर्ज हुई थी। शुरुआती जांच में उनका नाम शामिल नहीं था, लेकिन बाद में 2024 में जब केस की दोबारा पड़ताल हुई, तब उन्हें आरोपी बनाया गया और गिरफ्तारी की गई।
जमानत के बाद राहत
रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट ने मई 2025 में उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया। कोर्ट में उनके वकीलों ने दलील दी कि पांच साल बाद उनका नाम एफआईआर में जोड़ा गया, जबकि अभियोजन पक्ष इस देरी का ठोस कारण नहीं बता पाया। इस आधार पर कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी।
परिवार भी मुकदमों में घिरा
इस केस में आज़म खान के साथ उनकी पत्नी और बेटे के नाम भी शामिल किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आज़म और उनके परिवार पर ज़मीन कब्जाने, धोखाधड़ी और धमकी जैसे आरोपों से जुड़े करीब 200 से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें अकेले आज़म खान पर ही सौ से ज्यादा मुकदमे लंबित बताए जाते हैं। हालांकि हाल के महीनों में उन्हें कई मामलों में राहत भी मिली है।
अब जब उनकी रिहाई तय हो चुकी है, तो समाजवादी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि जेल से बाहर आने के बाद वह फिर से सक्रिय राजनीति में कदम बढ़ा सकते हैं।