पटना। कांग्रेस ने 85 साल बाद बिहार की राजधानी पटना में ऐतिहासिक कार्यसमिति (CWC) बैठक आयोजित की। सदाकत आश्रम में हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लेते हुए कहा कि गठबंधन में दरार साफ दिखने लगी है।
खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा ने नीतीश कुमार को “मानसिक रूप से सेवानिवृत्त” कर दिया है और अब उन्हें बोझ मान रही है। वहीं, सीएम योगी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वे खुद को प्रधानमंत्री का उत्तराधिकारी समझते हैं, लेकिन आरक्षण और जाति जनगणना जैसे मुद्दों पर उनके फैसले लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं।
बैठक में खरगे ने कहा कि आज देश आर्थिक संकट, बेरोजगारी और सामाजिक विभाजन जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है। सरकार द्वारा किए गए रोजगार के वादे पूरे नहीं हुए, किसानों की आय दोगुनी नहीं हो पाई और नोटबंदी तथा गलत जीएसटी फैसलों से अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा। उन्होंने कहा कि अब सरकार उन्हीं सुधारों की ओर लौट रही है, जिनकी मांग कांग्रेस लंबे समय से कर रही थी।
चीन के साथ व्यापारिक रिश्तों का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार “स्वदेशी” की बात तो करती है, लेकिन पिछले पांच वर्षों में चीन से आयात दोगुना कर दिया गया। उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए और कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ियां लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा हैं।
बिहार की स्थिति पर बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि “डबल इंजन सरकार” का दावा पूरी तरह खोखला साबित हुआ है। विकास के नाम पर बिहार पिछड़ रहा है और लाखों युवा रोज़गार की तलाश में पलायन कर रहे हैं।
खरगे ने कांग्रेस के ऐतिहासिक दफ्तर सदाकत आश्रम का उल्लेख करते हुए स्वतंत्रता संग्राम के नेताओं को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है और यहीं से कांग्रेस लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के अपने संकल्प को दोहरा रही है।