कन्नौज में कुतलूपुर मकरंदनगर की महिला सुनीता श्रीवास्तव की हत्या और डकैती में फरार चल रहे आरोपितों में से एक सूरज कश्यप शुक्रवार को पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। सदर कोतवाली क्षेत्र के गंगधरापुर में बाइक से भाग रहे सूरज ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में चली गोली उसके पैर में लगी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कैसे दिया था वारदात को अंजाम
सोमवार को मकरंदनगर कुतलूपुर निवासी सुनीता श्रीवास्तव के घर टाइल्स लगाने पहुंचे मजदूर जसवंत उर्फ पंकज चौहान (बलरामपुर) और उसका दामाद सूरज कश्यप (उन्नाव) ने दिनदहाड़े सुनीता की हत्या कर दी थी। आरोपितों ने उनकी बेटी कोमल को बंधक बनाया और करीब 30 लाख रुपये के आभूषण व नकदी लूटकर फरार हो गए।
भागते-छिपते घूम रहे थे आरोपित
जांच में पता चला कि वारदात के बाद दोनों बाइक से तिर्वा फगुआ भट्ठा पहुंचे और वहां से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे होते हुए लखनऊ पहुंचे। एक रात ठहरने के बाद वे लगातार बाइक और ठिकाने बदलकर पुलिस को गुमराह कर रहे थे। परिवारजन भी घर छोड़कर फरार हो गए हैं।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी विनोद कुमार ने बताया कि आरोपितों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। सभी टोल प्लाजा पर उनकी तस्वीरें और बाइक नंबर जारी कर दिए गए हैं। सूरज कश्यप पकड़ा जा चुका है, जबकि दूसरा आरोपित जसवंत अब भी फरार है।
अखिलेश यादव करेंगे पीड़ित परिवार से मुलाकात
इस घटना पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नाराज़गी जताई है। उन्होंने पीड़ित परिवार से फोन पर बात कर संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि वे जल्द ही घर जाकर परिजनों से मुलाकात करेंगे।
डकैत की चुनौती
घटना के बाद कोमल ने बताया कि सूरज ने खुद को “खतरनाक अपराधी” बताते हुए कहा था कि वह कई शहरों में ठिकाने बदलता रहता है और पुलिस उसे पकड़ नहीं पाएगी। लेकिन पुलिस मुठभेड़ में उसके दावे की पोल खुल गई।