अलीगढ़ जिले में 26 सितंबर को जुमे के दिन कुछ स्थानों पर ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लगाए गए। इसके अलावा शाहजमाल पर एकत्रित लोग जुलूस निकालने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि पुलिस और प्रशासन की तत्परता के कारण स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में लिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने शहर मुफ्ती से संपर्क किया। शहर मुफ्ती ने लोगों से शांतिपूर्वक रहने और जुलूस न निकालने की अपील की, जिससे माहौल शांत हुआ। इसके बाद जुमे की नमाज शाहजमाल और ऊपरकोट में सुरक्षित तरीके से संपन्न हुई।
नमाज के बाद एसएसपी नीरज जादौन के नेतृत्व में आरएएफ और पुलिस बल ने पुराने शहर में फ्लैग मार्च किया। प्रशासन ने अकराबाद और जमालपुर क्षेत्र में भी फ्लैग मार्च करवाया और स्थिति पर नजर बनाए रखी। एसपी सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी लगातार घटनास्थल पर मौजूद रहे।
जमालपुर और अकराबाद में लगाए गए पोस्टरों को पुलिस ने तत्काल हटवाया। पुलिस ने मस्जिद प्रबंधकों और धर्मगुरुओं से भी स्थिति सामान्य बनाए रखने का अनुरोध किया। एसएसपी नीरज जादौन ने जनता से शांतिपूर्वक रहने और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की।
इस मामले में खुफिया इनपुट के आधार पर सपा छात्र सभा के नेता मोहसिन मेवाती को पुलिस चौकी पर बुलाया गया और दो घंटे तक हिरासत में रखा गया। बाद में प्रशासन और सपा नेताओं के बीच बातचीत के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
प्रशासन ने कहा कि कानपुर में हुई रैली जैसी स्थिति से निपटने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार सतर्कता बरती जा रही है।