सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि प्रदेश के किसान भाजपा सरकार में खाद की गंभीर किल्लत का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है कि कई जिलों की सहकारी समितियों में खाद उपलब्ध नहीं है और किसानों को अपने खेतों के लिए लगातार लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है।
अखिलेश ने बताया कि पिछले साल गेहूं की फसल के लिए यूरिया और डीएपी नहीं मिली थी, वहीं धान की फसल के लिए भी खाद की आपूर्ति नहीं हुई। इस बार आलू, चना-मटर और सरसों की फसलों के लिए भी खाद नहीं मिल रही है। खाद की लाइन में खड़े किसानों की तबियत बिगड़ने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं।
उन्होंने आगरा के अकोला सहकारी समिति का उदाहरण देते हुए कहा कि तीन दिन से गोदाम के चक्कर लगाते हुए एक किसान की तबियत खराब होने से मौत हो गई। अखिलेश ने इस पर सरकार की संवेदनहीनता को लेकर कड़ी आलोचना की और कहा कि ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं।
सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में बड़े पैमाने पर खाद की कालाबाजारी हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले नौ साल में किसानों से केवल झूठे वादे किए हैं और सत्ता में रहते हुए किसानों और गरीबों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की। अखिलेश ने चेतावनी दी कि केवल भाजपा सरकार हटने के बाद ही किसानों को खाद, बीज और गरीबों को सुरक्षा मिल सकेगी।