बलरामपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर बलरामपुर पहुंचे और प्रदेश में अराजकता फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त चेतावनी दी। रविवार को उन्होंने कहा कि जो लोग प्रदेश में दंगा या हिंसा फैलाने का प्रयास करेंगे, उन्हें “नरक का टिकट” मिलेगा। उन्होंने उन समूहों की भी आलोचना की जो देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
सुबह मुख्यमंत्री ने देवीपाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की और आरती में भाग लिया। मंदिर परिसर में उन्होंने गोशाला का दौरा कर गायों को चना, गुड़ और रोटियां खिलाईं और गोसेवा में हिस्सा लिया। मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं से मिले और बच्चों को मिठाई दी, साथ ही उन्हें पढ़ाई में मेहनत करने की प्रेरणा दी। मंदिर के महंत और स्थानीय धर्मगुरु भी इस दौरान मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने रात भर मंदिर परिसर में विश्राम किया।
मंदिर दर्शन के बाद सीएम धूधुलपुर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने सरकारी योजनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने कुल 826 करोड़ रुपये की लागत वाली 124 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही, एक राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज का उद्घाटन भी किया। उन्होंने आम लोगों से 2047 तक विकसित भारत के लिए सुझाव मांगे।
जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास में बाधा डालने वाले और अराजक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बरेली में हुई घटनाओं का उदाहरण देते हुए चेतावनी दी और कहा कि ऐसे लोग प्रदेश और समाज में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
सीएम ने विशेष रूप से “गजवा-ए-हिंद” जैसे नारे और विचारधाराओं की निंदा की और कहा कि यह भारत की धरती पर पनपने नहीं देंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत उन महान विभूतियों की भूमि है जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने चेताया कि जो लोग ऐसे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होंगे, उनके परिणाम भयंकर होंगे।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था सख्त की जाए और किसी भी अराजक तत्व को बख्शा न जाए।