झारखंड के सरायकेला-खरसवान जिले से झामुमो विधायक दशरथ गगराई पर चुनाव में फर्जी पहचान पत्र इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। लालजी राम तियु नामक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के. रविकुमार ने मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने पुलिस उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।
विधायक गगराई ने आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। उनका कहना है कि चुनावों के दौरान उन्होंने सभी आवश्यक दस्तावेज और हलफनामे जमा किए थे, जिनकी तीन बार जांच भी हो चुकी है। गगराई ने शिकायतकर्ता पर ही आरोप लगाया कि वह सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ बार-बार आरोप लगाने की आदत रखते हैं।
शिकायतकर्ता लालजी राम तियु ने 28 जुलाई को यह शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान विधायक असल में रामकृष्ण गगराई हैं, जो असली दशरथ गगराई के बड़े भाई हैं। 18 सितंबर को हलफनामे के माध्यम से शिकायतकर्ता ने अपने दावों के समर्थन में दस्तावेज और आधिकारिक रिकॉर्ड पेश किए और विधायकी पहचान की जांच की मांग की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, चुनाव समाप्त होने और परिणाम घोषित होने के बाद विधायकों से जुड़ी विवादित शिकायतों का निपटारा राज्यपाल करते हैं। इस मामले में जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।