आगरा के ताजगंज स्थित होटल में चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ स्वामी पार्थ सारथी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह वही आरोपी है, जिस पर राजधानी दिल्ली में 17 छात्राओं के यौन शोषण का आरोप है।
होटल में चैतन्यानंद ने कमरा लेते ही कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि बिना अनुमति कमरे में प्रवेश न करें और जो नहाया नहीं है, वह कमरे में न आए। इसके कारण हाउसकीपिंग स्टाफ ने कमरे में प्रवेश नहीं किया। होटल में ठहरने के दौरान वह अपने टैक्सी चालक के संपर्क में था और उनसे व्हाट्सएप कॉल पर बातचीत कर रहा था।
रात के समय आरोपी ने चालक के माध्यम से होटल के रेस्तरां से आलू और कुट्टू की पूड़ी मंगाई, जिसे कर्मचारियों ने कमरे तक पहुंचाया। पुलिस ने बताया कि आरोपी का होटल का बिल भी भुगतान नहीं किया गया था।
चैतन्यानंद सरस्वती 62 वर्ष के हैं और उनके खिलाफ पहले भी 42 वर्ष की उम्र में एक मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने एमबीए और पीएचडी शिकागो यूनिवर्सिटी से करने का दावा किया है और 28 किताबें तथा 143 रिसर्च पेपर लिखने का दावा किया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने जांच में सहयोग नहीं किया और आईपैड व क्लाउड पासवर्ड साझा नहीं किए। होटल में उसकी उपस्थिति की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने 15 मिनट की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर दिल्ली ले जाया।
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कहा कि अब उसके खिलाफ लंबित डिजिटल और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।