गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान के बाद राजनीतिक गर्माहट बढ़ गई है। अररिया में शनिवार को चुनावी रैली में अमित शाह की बातों पर विपक्ष ने तेज प्रतिक्रिया दी। खासकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से गृह मंत्री पर जमकर निशाना साधा और उनके बयान को चुनावी चाल बताकर खारिज कर दिया।
जयराम रमेश ने अपने पोस्ट में आरोप लगाया कि अमित शाह और उनके साथी चुनाव जीतने के लिए ‘VC’ और ‘VR’ जैसे शब्दों का राजनीतिक रूप से दुरुपयोग कर रहे हैं। रमेश ने कहा कि राजनीति में अब एक नया अर्थ उभरा है — VC (वोट चोरी) और VR (वोट रेवड़ी) — और वे लोग इन्हीं तरीकों से जीत का लिहाज बना रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार की जागरूक जनता इन चालों को पहचान चुकी है और इस बार महागठबंधन की जीत सुनिश्चित होगी।
रमेश ने अपने तर्क में कहा कि आम तौर पर VC का अर्थ वाइस चांसलर, वेंचर कैपिटल या वीर चक्र होता है, लेकिन वर्तमान राजनीतिक संदर्भ में इसका नया अर्थ वोट चोरी बन गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि बिहार में महागठबंधन की जीत होगी और इसका पहला असर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी साफ़ महसूस किया जाएगा।
दरअसल अमित शाह ने अपनी रैली में राष्ट्रीय विपक्ष और खासकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि वे बिहार में घुसपैठियों को मताधिकार दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। शाह ने सभा में कहा कि यदि NDA को 243 सीटों में से 160 से अधिक सीटें मिलती हैं, तो वे कठोर कारर्वाइयों के माध्यम से ऐसी प्रविष्टियों को रोकेंगे। उन्होंने अपने तेवर में यह भी दोहराया कि पिछली विधानसभा चुनावों के प्रदर्शन को और बेहतर करना आवश्यक है ताकि यह लक्ष्य हासिल हो सके।
राजनीतिक बयानबाजी के बीच बिहार का चुनावी परिदृश्य और भी गर्म होता जा रहा है। दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप और भावनात्मक भड़ास देखने को मिल रही है, जबकि विश्लेषक और जनता भी इस सबका असर आगामी चुनाव पर किस तरह पड़ेगा, यह करीब से देख रहे हैं।