बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से तीन अमृत भारत एक्सप्रेस और चार पैसेंजर ट्रेनें हरी झंडी दिखाकर रवाना कीं। इस पहल से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि राज्य की आर्थिक और सामाजिक कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।
नई ट्रेनों में मुजफ्फरपुर-चरलापल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस बिहार से दक्षिण भारत के लिए पहली ट्रेन है, जिससे तेलंगाना और आसपास के क्षेत्रों से सीधे संपर्क बनेगा। छपरा-आनंद विहार एक्सप्रेस राजधानी दिल्ली के लिए छठी ट्रेन होगी, जबकि दरभंगा-अजमेर (मदार) एक्सप्रेस राजस्थान तक राज्य को जोड़ेगी।
इन ट्रेनों में अग्नि सूचक प्रणाली, सेमी-ऑटोमैटिक कपलर, सीलबंद गैंगवे और टाक-बैक यूनिट जैसी आधुनिक सुरक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जो अब तक केवल वातानुकूलित डिब्बों तक सीमित थीं।
साथ ही, पटना-बक्सर, झाझा-दानापुर, नवादा-पटना और पटना-इस्लामपुर पैसेंजर ट्रेनों का भी शुभारंभ किया गया। इनसे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच आवागमन आसान होगा और रोजमर्रा के यात्रियों को लाभ मिलेगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि बिहार में रेल बजट पिछले 11 वर्षों में दस गुना बढ़कर 10 हजार करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा, रेलवे नेटवर्क का विस्तार भी किया जा रहा है। पटना रेल-सह-सड़क पुल (28 किमी), मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल (15 किमी), कोसी पुल जैसे बड़े प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और राज्य का रेल नेटवर्क लगभग पूरी तरह विद्युतीकृत हो चुका है।
नई पटरियों और मार्गों के विस्तार से रोजगार और निवेश के अवसर बढ़ेंगे। दरभंगा-अजमेर ट्रेन धार्मिक और सांस्कृतिक यात्राओं को आसान बनाएगी, जबकि मुजफ्फरपुर-चरलापल्ली ट्रेन दक्षिण भारत में काम करने वाले बिहारियों के लिए वरदान साबित होगी। पैसेंजर ट्रेनों से स्थानीय व्यापार और उद्योग को भी मजबूती मिलेगी।
इस पहल से बिहार में न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि राज्य के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।