मानसून के विदाई के बाद मंगलवार को उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ली। लखीमपुर खीरी जिले के फरधान, बेहजम और आसपास के क्षेत्रों में सुबह बारिश के साथ तेज हवा चली, जिससे किसानों की तैयार धान की फसल को नुकसान पहुंचा। कुछ खेतों में धान पलट गया, जबकि कुछ जगहों पर फसल की कटाई भी शुरू हो गई थी। दोपहर तक बादलों की आवाजाही और मध्यम गति की हवा के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गईं।
बरेली जिले में मंगलवार को सुबह काले बादल छा गए और बूंदाबांदी हुई। दोपहर के करीब एक बजे तेज बारिश ने मौसम में ठंडक घेर दी। बदायूं जिले में भी सुबह हल्की बारिश शुरू हुई, जो धीरे-धीरे तेज हुई और पूरे शहर को भिगो दिया। बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई और गलियों तथा मुख्य सड़कों पर जलभराव देखा गया। पीलीभीत जिले में भी बादल छाए रहे। दशहरा के अवसर से पहले मौसम का यह बदलाव किसानों और मेले में लगे दुकानदारों के लिए चिंता का कारण बन सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। झमाझम बारिश के बाद मानसून 29 सितंबर को रुहेलखंड से विदा हुआ था। इस साल जुलाई और अगस्त में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई थी, जबकि सितंबर के आखिरी सप्ताह में गर्मी के कारण लोगों को उमस का सामना करना पड़ा। मानसून के विदाई के तुरंत बाद मौसम में आए इस बदलाव ने किसानों और आम जनता दोनों की चिंता बढ़ा दी है।