नई दिल्ली। देश के अधिकतर राज्यों में कोरोना के सक्रिय में गिरावट देखी जा रही है, जोकि राहत की खबर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि देश में कोविड-19 के कुल मामलों में से 85 प्रतिशत मामले 10 राज्यों से हैं। मंत्रालय ने कहा कि 11 राज्यों में संक्रमण के एक-एक लाख से अधिक उपचाराधीन मामले हैं, जबकि आठ राज्यों में 50 हजार से एक लाख के बीच उपचाराधीन रोगी हैं। इसने बताया कि 24 राज्यों में संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक है।
ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 83.83 प्रतिशत हुई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में महामारी के 3,26,098 नए मामले सामने आए हैं जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,43,72,907 हो गई है। इसके साथ ही देश में महामारी से 3,890 और लोगों की मौत हुई है, जिससे मृतकों की कुल संख्या 2,66,207 हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर अब 36,73,802 रह गई है, जो कुल मामलों का 15.07 प्रतिशत है। लोगों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 83.83 प्रतिशत हो गई है।
देश के 17 राज्यों में 50 हजार से भी कम – लव अग्रवाल
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आगे कहा कि देश में 11 राज्य ऐसे हैं जहां 1 लाख से भी ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 8 राज्यों में 50,000 से 1 लाख के बीच सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। 17 राज्य ऐसे हैं जहां 50,000 से भी कम सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। देश में सक्रिय मामलों में कमी देखी जा रही है। 3 मई को रिकवरी रेट 81.3% थी जिसके बाद रिकवरी में सुधार हुआ है।अब रिकवरी रेट 83.83% है। 75% मामले 10 राज्यों से आ रहे हैं और कुल सक्रिय मामलों का 80% सिर्फ 12 राज्यों में है।
देश में वैक्सीनेशन को लेकर डॉ. वी.के. पॉल ने दी जानकारी
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने शनिवार को कहा कि देशभर में औसत पहली डोज़ 82% फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी गई है। गुजरात में 93%, राजस्थान में 91% और मध्य प्रदेश में 90% फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज़ दी गई है। दिल्ली में यह 80% है। देशभर में औसत 89% स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की पहली डोज़ दी गई है। राजस्थान में 95%, मध्य प्रदेश में 96% और छत्तीसगढ़ में 99% स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी गई है। दिल्ली में यह 78% है।