बालोद: लोगों को कोरोना काल से पहले एहसास नहीं था कि पेड़ कितने जरूरी हैं और आज कोरोना के चलते लोगों में ऑक्सीजन की कमी होने लगी तब कहीं सभी को पेड़ पौधों की अहमियत पता चल रही है लेकिन बालोद जिले में एक ऐसा भी शक्स है जो पेशे से डोंगरगांव स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्वास्थ्यकर्मी होने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति विशेष रूचि भी रखते हैं। इस बार उनका पौधा रोपण का अंदाज लोगों को खूब भा रहा है।
दरअसल अभी गर्मी के मौसम के बाद बारिश होने वाली है और बारिश के मौसम में कोई भी पौधे बड़ी तेजी से बढ़ते हैं जिसे ध्यान में रखते हुए पर्यावरण प्रेमी भोज ने सीड बॉल बनाया है। भोज बताते हैं कि सीड बॉल में बीज, मिट्टी व खाद है। सीड बॉल में करंज, अशोक, बेल, नीम, इमली का बीज डाला गया है जिसे कहीं पर भी मिट्टी वाली जमीन पर डालने से वह 100 फीसदी उग जायेगा। उसमें अलग से खाद डालने की आवश्यकता नहीं होगी जैसे ही बारिश का मौसम आयेगा तो उस सीड बॉल को लोगों को देंगे जिसे अपने घर, आंगन, खेत सहित सार्वजनिक स्थानों में उपयोग कर सकेंगे।
पर्यावरण प्रेमी भोज साहू की इसी रूचि के चलते उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। हर साल पर्यावरण प्रेमी के कुछ अलग तरह के कार्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति आकर्षित करते हैं। आपको बता दें कि किसी भी आयोजन का जब पर्यावरण प्रेमी भोज को न्याता मिलता है तो वह तौहफे के साथ पौधे देते हैं और उसकी देखरेख करने का वादा भी लेते हैं।