यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द, CM योगी ने लिया फैसला

सीबीएसई बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द होने के बाद आज उत्तर सरकार ने भी 10वीं के बाद हायर सेकेंड्री एग्जाम रद्द कर दिए हैं। सीएम योगी ने इस फैसले पर अपनी मंजूरी दे दी है। इसके पहले उन्होंने लोक भवन में डिप्टी सीएम व शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में यह फैसला लिया गया कि वर्तमान हालात में एग्जाम आयोजित संभव नहीं है। इसलिए 12वीं की परीक्षा रद्द कर वैकल्पिक मूल्यांकन नीति पर अमल किया जाए। इससे पहले मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गोवा, गुजरात, उत्तराखंड की सरकारें भी बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर चुकी हैं।

यूपी सरकार के फैसले से 26 लाख छात्रों को मिली राहत

गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 12वीं की परीक्षा रद्द करने के मुद्दे पर डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा समेत शिक्षा बोर्ड के अधिकारिाकें के साथ बैठक करीब 30 मिनट बैठक चली। 10 बजकर 30 मिनट पर बैठक शुरू हुई और 11 बजे समाप्त हो गई। शिक्षा बोर्ड अधिकारियों की कमेटी ने इस बाबत तैयार रिपोर्ट रिपोर्ट सीएम के सामने पेश की। कमेटी की रिपोर्ट में 12वीं की परीक्षा रद्द किए जाने के बाद छात्रों के अन्य विकल्प के सुझाव दिए गए हैं। बैठक समाप्त होने के बार 12वीं की परीक्षा रद्द होने की जानकारी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड के 100 साल के इतिहास में पहली बार 12वीं की परीक्षा रद्द करनी हुई है। यूपी बोर्ड दुनिया का सबसे बड़ा बोर्ड है। सरकार के इस फैसले से 26 लाख छात्रों को राहत मिली है।

11वीं और प्री बोर्ड में मिले अंकों के आधार पर प्रमोट होंगे छात्र

इस साल यूपी बोर्ड 12वीं के एग्जाम के लिए 26,09,501 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। 10वीं के छात्रों को 9वीं और 10वीं प्री बोर्ड में मिले नंबर्स की बुनियाद पर प्रमोट किया जाएगा। बताया जा रहा है कि उसी तरह 12वीं के छात्रों को भी 11वीं में मिले अंक और 12वीं के प्री बोर्ड में मिले अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।

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