आईएससी और यूपी बोर्ड में इंटर का रिजल्ट और स्नातक द्वितीय-तृतीय वर्ष में परीक्षाएं चौधरी चरण सिंह विवि का शैक्षिक सत्र प्रभावित करेंगे। बिना इंटर के रिजल्ट के स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश संभव नहीं होंगे। स्नातक में विवि को द्वितीय एवं फाइनल ईयर के पेपर कराने हैं। जब तक इनका रिजल्ट नहीं आता जब तक यूजी फाइनल और पीजी प्रथम वर्ष में प्रवेश और पढ़ाई नहीं हो पाएगी। हालांकि विवि स्नातक द्वितीय वर्ष और पीजी अंतिम वर्ष में समय से पहले प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर क्लास शुरू करने में सफल हो जाएगा।
यह है स्थिति
-विवि प्रशासन के अनुसार इंटर का रिजल्ट आने पर यूजी प्रथम वर्ष में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। यदि इस महीने रिजल्ट आएं तो भी एक महीना रजिस्ट्रेशन को चाहिए। जुलाई के आखिर से प्रवेश शुरू हो सकते हैं लेकिन प्रक्रिया पूरी करने में अगस्त बीतेगा। कुछ विषयों में सितंबर भी लगेगा।
-पीजी प्रथम सेमेस्टर के प्रवेश तब तक नहीं हो सकते जब तक स्नातक फाइनल का रिजल्ट न आ जाए। विवि दो जुलाई से पेपर करा रहा है। पूरे महीने पेपर रहेंगे। अगस्त में मूल्यांकन एवं रिजल्ट जारी कर प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी जो सितंबर के आखिरी तक जाएगी।
-यूजी द्वितीय वर्ष में भी पेपर होने हैं। ऐसे में पेपर और रिजल्ट के बाद ही कॉलेज इन छात्रों के प्रवेश फाइनल में कर पाएंगे। चूंकि इनके पेपर ऑब्जेक्टिव नहीं हैं ऐसे में मूल्यांकन को भी समय चाहिए। इससे समय थोड़ा ज्यादा लगेगा।
-स्नातक प्रथम वर्ष में छात्रों को प्रमोट होना है। विवि यह प्रक्रिया जुलाई मध्य तक खत्म कर देगा। इसके बाद ये छात्र द्वितीय वर्ष में प्रवेश पा सकेंगे। विवि यूजी द्वितीय वर्ष में तय समय से पहले यूजी द्वितीय वर्ष का सत्र शुरू कर देगा।
-पीजी में अंतिम सेमेस्टर को छोड़ बाकी सम सेमेस्टर में प्रमोशन प्रस्तावित है। विवि इस प्रक्रिया को भी जुलाई में खत्म कर देगा। इसके बाद अगले विषम सेमेस्टर की क्लास शुरू कर दी जाएंगी।