दुनिया के लिए भारत ‘फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड’ बन गया : कोविंद

नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि ‘दुनिया की फार्मेसी’ के रूप में भारत ने अनेक देशों को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की आपूर्ति कर सहयोग दिया । राष्ट्रपति ने एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हमारा सामूहिक स्वास्थ्य एवं आर्थिक बेहतरी’ सुनिश्चित करने के लिये भारत कोविड महामारी के खिलाफ समन्वित एवं निर्णायक प्रयासों में आगे रहा है।

राष्ट्रपति भवन के बयान के अनुसार इस अवसर पर डिजिटल माध्यम से आयोजित समारोह में राष्ट्रपति ने कोलंबिया, जमैका, उरूग्वे और आर्मेनिया के राजदूत/उच्चायुक्तों का परिचय पत्र स्वीकार किया। राष्ट्रपति कोविंद को परिचय पत्र पेश करने वालों में कोलंबिया मारियाना पोचेको मोंटेस, उरूग्वे के राजदूत अल्बेर्टो एंटोनियो गुयानी अमारिला, जमैका के उच्चायुक्त जेसन कीट्स मैथ्यू हाल तथा आर्मेनिया के राजदूत योउरी बाबाख्यान शामिल हैं । इसमें कहा गया है कि इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने सभी राजदूत/उच्चायुक्त को शुभकामनाएं दी।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का इन सभी देशों के साथ मित्रवत् संबंध हैं और ‘‘हमारे रिश्ते शांति एवं समृद्धि की साझी सोच पर आधारित हैं ।” बयान के अनुसार इस अवसर पर राजदूतों और उच्चायुक्तों ने भी अपने अपने देश की ओर से शुभकामनाएं व्यक्त कीं और भारत के साथ संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता दोहरायी। 

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